पुलिस का दावा है कि रायपुर में क्राइम का ग्राफ घटा है। बीते 2 सालों की तुलना करें तो हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध कम हुए हैं। अवैध शराब, लूट, चाकूबाजी की घटनाओं में भी कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार साल 2022 में जनवरी महीने से लेकर अगस्त तक सट्टा और जुआ खिलाने वालों की तुलना में इस साल 8 प्रतिशत अधिक कार्रवाई हुई है। इस साल 411 मामलों में 653 आरोपियों को जेल भेजा गया है। नशे के कारोबार करने वालों पर 7% अधिक कार्रवाई हुई है।
पुलिस के मुताबिक साल 2022 के जनवरी महीने से लेकर अगस्त तक 52 हत्या के मामले सामने आए हैं। जबकि 87 मामलों में हत्या की कोशिश की गई। तो वहीं 2023 में जनवरी से लेकर अगस्त तक 40 हत्या के मामले, 60 हत्या की कोशिश हुई है। इन 2 सालों के दौरान रेप के मामले 197 से घटकर 125 हो गए हैं।
चाकूबाजी में 47 प्रतिशत की कमी आई
पुलिस के मुताबिक, 2022 के इन आठ महीनों में चाकूबाजी के 123 मामले आए। जो 2023 में घटकर सीधे 60 मामले तक सीमित हो गए। पुलिस की माने तो 47 प्रतिशत की इस कमी के पीछे अवैध नशाखोरी के खिलाफ होने वाला एक्शन है।
अन्य अपराधों का डेटा
2022 के जनवरी से लेकर अगस्त महीने की बात करें तो रायपुर में आर्म्स एक्ट के 502 मामले सामने आये। जिसमें 512 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसके अलावा हल्की धाराओं के छोटे-मोटे मामलों के 3659 बदमाश जेल गए। तो वहीं 2023 के जनवरी से लेकर अगस्त तक 511 आर्म्स एक्ट के मामलों में 526 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इस साल 151 की धारा में 5078 आरोपी जेल गए।
हम दिन-रात कार्रवाई कर रहे हैं- रायपुर पुलिस
रायपुर पुलिस SSP प्रशांत अग्रवाल ने दावा किया है कि पुलिस लगातार संदिग्धों, अड्डेबाजों, चाकूबाजों पर एक्शन ले रही है। इसके अलावा बीच-बीच में गुंडा लिस्ट में भी अपडेट किया जा रहा है। साथ ही वायरल वीडियो से लेकर सोशल मीडिया तक की लगातार निगरानी की जा रही है।
सभी थानेदार और आला अधिकारी पैदल पेट्रोलिंग, सुनसान जगहों पर रेड की कार्रवाई कर रहे हैं। इन सबके अलावा 112 की टीमें में भी तैनात है। जिसकी वजह से जिले के अपराध में कमी हुई है।