कॉलेजों की अव्यवस्था दूर करने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर NSUI ने शुक्रवार को अटल यूनिवर्सिटी का घेराव कर जमकर हंगामा मचाया। छात्रों ने कहा कि कॉलेज में विवि के नियमों के अनुसार योग्य टीचर नहीं है, जिसके कारण पढ़ाई प्रभावित होती है। उन्होंने कुलपति से कॉलेजों पर नजर रखने लगातार निरीक्षण करने और शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करें, ताकि छात्र अपनी बात रख सकें।
NSUI के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी का घेराव कर नारेबाजी की। बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कॉलेजों की अव्यवस्था पर सवाल उठाया। इस दौरान उन्होंने कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी को ज्ञापन सौंप कर स्टूडेंट्स को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की। उनका कहना था कि कॉलेजों में नियमों के अनुसार शिक्षकों की भर्ती की जाए।
कुलपति ने छात्र हित में हर संभव काम करने दिलाया भरोसा
इस दौरान यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी ने छात्र नेताओं को छात्र हित में हर संभव काम करने की बात कही। उन्होंने कॉलेजों के स्तर में सुधार के लिए भी प्रयास करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश सचिव रंजेश सिंह, अमीन श्रीवास्तव, पुष्पराज साहू, प्रदीप सिंह, साक्षी ठाकुर, रेणुका, कल्याणी साहू, मोना यादव, करण यादव, ओम प्रकाश मानिकपुरी, नरबद यादव, डीगेश सिंह, विक्की यादव सहित बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे।
छात्र नेताओं की पांच सूत्रीय मांग
- यूनिवर्सिटी से अधीनस्थ सभी कॉलेजों में शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले योग्य शिक्षकों की भर्ती धारा 28 के तहत कराई जाए। अगर किसी कॉलेज प्रबंधन यूनिवर्सिटी के नियमों के तहत नियुक्ति नहीं करेगा, तो उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए।
- छह साल से बंद पड़ी पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से शुरू करने और पीएचडी के पढ़ाई करने वाले सभी स्टूडेंट्स को फेलोशिप देने की व्यवस्था की जाए।
- लगातार खराब रिजल्ट आने पर कॉलेज प्रबंधन पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। आंसर शीट का यूनिवर्सिटी की कमेटी जांच करें और मनमाने तरीके से आंसर शीट जांचने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए। ताकि, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो सके।
- विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी कॉलेजों में अनिवार्य रूप से सभी कक्षाओं व परिसर में कैमरे की व्यवस्था की जाए। ताकि कॉलेज से संबंधित सभी एक्टिविटी की जानकारी विश्वविद्यालय को मिल सके।
- सभी महाविद्यालय का नियमित निरीक्षण करने के विशेष कमेटी का गठन किया जाए और शिकायत व सुझाव के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करे, जिसमें शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखा जाए। इससे यूनिवर्सिटी को कॉलेजों की अव्यवस्था की जानकारी मिलेगी