छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मानसून एक्टिव हो गया है। रायपुर समेत कई जिलों में सोमवार शाम के बाद तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने आज दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।कांकेर, गरियाबंद, धमतरी, कोंडागांव और नारायणपुर जिले में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में झमाझम बारिश से मानसून का कोटा अभी से फुल हो गया है। तो कई जिलों में औसत से भी कम बारिश हुई है। 12 जिले प्रदेश में ऐसे हैं, जहां अब भी सामान्य से कम बारिश हुई है। सरगुजा जिले में सूखे के हालात हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में इस समय 767.4 मिलीमीटर औसत बारिश रिकॉर्ड की गई है। सरगुजा जिले में 62 फीसदी कम बारिश हुई है। जिसने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। यहां सितंबर माह में अच्छी बारिश की उम्मीदें जुड़ी हैं।
इन जिलों में हुई सामान्य से कम बारिश
मौसम विभाग के 1 जून से 4 अगस्त तक के आंकड़ों के मुताबिक बलरामपुर जिले में 28 फीसदी कम बारिश, बस्तर में 22 फीसदी कम, बेमेतरा में 20 फीसदी, दंतेवाड़ा में 25 प्रतिशत। गरियाबंद जिले में 22 फीसदी। जांजगीर में 37 प्रतिशत, जशपुर में 50 फीसदी कम बारिश। कबीरधाम में 36 प्रतिशत बारिश कम हुई है। कांकेर जिले में 29 फीसदी, कोंडागांव में 37 प्रतिशत, कोरबा में 34 फीसदी, कोरिया में 28, नारायणपुर में 26 और सूरजपुर में 33 प्रतिशत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
खेती के लिए ये सप्ताह सबसे अहम
मौसम और कृषि के जानकारों के मुताबिक सोमवार को कई जगहों पर अच्छी बारिश हुई है और आने वाले दो दिनों में प्रदेश में बारिश की संभावना है। हालांकि कम वर्षा से प्रभावित ज्यादातर जिले उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग के हैं। ऐसे में वहां बारिश की जरुरत है।
मौसम विभाग ने दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर संभाग के लिए ही अलर्ट जारी किया है। बीते दो दिनों में राहत की बारिश जरूर हुई है। जिससे फसलों को फिर से खड़ा होने में मदद मिली है। लेकिन इस हफ्ते अगर सभी जगहों पर अच्छी बारिश नहीं होती है तब खरीफ फसलों को नुकसान हो सकता है।