चांद पर बुधवार शाम 6.04 बजे लैंडर विक्रम लैंड करेगा. लैंडिंग के साथ ही लैंडर विक्रम अपना काम शुरू कर देगा. लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही तो रैंप के जरिए छह पहियों वाला प्रज्ञान रोवर बाहर आएगा और इसरो से कमांड मिलते ही चांद की सतह पर चलेगा. यह 500 मीटर तक के इलाके में चहलकदमी कर पानी और वहां के वातावरण के बारे में इसरो को बताएगा.
भारत का मून मिशन यानी चंद्रयान-3 आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. चंद्रयान-3 साउथ पोल इलाके में लैंडिंग करेगा. अगर लैंडिंग सफल होती है, तो भारत साउथ पोल इलाके में पहुंचने वाला पहला, जबकि सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश होगा. भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर चुके हैं. इसरो के इस महत्वाकांक्षी मिशन को लेकर पूरे देश में उत्साह है. चंद्रयान-3 की सफलता के लिए देशभर के मंदिरों में पूजा अर्चना और मस्जिदों में दुआ मांगी जा रही है.