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कांग्रेस से पहले दूसरी सूची ना निकाल कर, क्या सेफ गेम खेलना चाहती है BJP? जानिए

भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के लिए पार्टी में कई बैठकें हुई जिनमें स्वयं अमित शाह शामिल हुए और सर्वे के मुताबिक काई सारे उम्मीदवारों के नाम पर मोहर लग चुकी है. लेकिन इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी अपनी दूसरी सूची जारी नहीं कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी ने 17 अगस्त को अपनी पहली सूची घोषित की और उसके बाद कांग्रेस ने भी फैसला किया कि वे अपनी मैराथन बैठक का दौर कर जल्दी अपनी पहली सूची की घोषणा कर देगी. छत्तीसगढ़ की विकास कुमारी शैलजा ने अपने ब्यान में कहा था कि 6-7 सितंबर को कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट जारी करेगी, लेकिन ऐसा अब तक नहीं हो सका है. लगतार बैठकों के बाद भी कांग्रेस अपने उम्मीदवारों का चयन पूर्ण तारीख से अब तक नहीं कर सकी है.

कई कारणों से स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग भी पोस्टपोन हो रही है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की स्क्रीन मीटिंग है जिसमें सारे बड़े नेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कुमारी शैलजा से लेकर सभी शामिल होंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मीटिंग में बात कुछ आगे बढ़ सकती है और अहम फैसले के लिए काई नामों पर मोहर भी लग सकती है. यहां स्क्रीनिंग कमेटी से लिस्ट तैयार हो जाने के सीईसी के पास अंतिम मंजूरी के लिए सूची जाएगी. कल मल्लिकार्जुन खड़गे का राजनांदगांव प्रवास हो रहा है और वे रायपुर पहुंच चुके हैं. आंतरिक सूत्रों की मानें तो स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग मल्लिकार्जुन खड़गे के चेयरमैन शिप में कल की जाएगी. सीईसी की बैठक के बाद पहली सूची कांग्रेस जारी कर सकती है और माना जा रहा है कि एक हफ़्ते के अंदर कांग्रेस की पहली सूची आ जाएगी.

क्या सूची में 15 ऐसी सीटें हैं जो कांग्रेस की सुरक्षित सीट मानी जाती है और निर्विवाद है. इसमे कांग्रेस के बड़े चेहरे जैसे पाटन से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अम्बिकापुर से त्सिंग देव सीतापुर से अमरजीत भगत, शक्ति से चरण दास महंत, ग्रामीण से सत्यनारायण शर्मा रायपुर पश्चिम से विकास उपाध्याय रायपुर दक्षिण से कन्हैया अग्रवाल और आरंग से शिव डेहरिया का नाम लगभाग तय मना जा रहा है.

भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के लिए पार्टी में कई बैठकें हुई जिनमें स्वयं अमित शाह शामिल हुए और सर्वे के मुताबिक काई सारे उम्मीदवारों के नाम पर मोहर लग चुकी है. लेकिन इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी अपनी दूसरी सूची जारी नहीं कर रही है.

क्या बीजेपी सेफ प्ले करने की कोशिश कर रही है?
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार दिवाकर मुक्तिबोध का कहना है कि चुनाव में जब दावेदारों की संख्या ज्यादा हो जाती है, तो भारतीय जनता पार्टी के पास करने के लिए कुछ विशेष नहीं था. सारी सीट उनकी हारी हुई सीट थी. इसलिए बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट कांग्रेस से पहले जारी कर दी.

कांग्रेस को कोई हड़बड़ी करने की ज़रूरत नहीं है. कांग्रेस के पास गणित करने का पूरा समय मिल गया. हो सकता है कांग्रेस को और सूची जारी करने में वक्त लगे. क्योंकि चुनावों को अभी ढाई महीने बाकी हैं. भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर है लेकिन इंतजार नहीं कर रही कांग्रेस की पहली लिस्ट आने का. भारतीय जनता पार्टी यह देखना चाहती है कि कांग्रेस अपनी सूची में कितनी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करती है उसके बाद ही वह अपनी दूसरी सूची जारी करेगी. वरिष्ठ पत्रकार सुदीप श्रीवास्तव का कहना है कि चुनाव से इतने पहले, रिलीज करना एक सामान्य अभ्यास नहीं था. बहुजन समाज पार्टी अपनी सूची इतनी जल्दी घोषित करती है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने एक अलग रणनीति अपनाई है और मध्य प्रदेश में 39 उम्मीदवारों की और छत्तीसगढ़ में 21 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है.

कांग्रेस में ये चलन बिल्कुल नहीं रहा है कि चुनाव के दो महीने पहले लिस्ट जारी की जाए. कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग अभी बाकी है जो कल मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में ली जायेगी. मेरे ख्याल में अभी 10 दिन और शेष हैं कांग्रेस की पहली सूची आने में. सूची 2 महीने पहले जारी करने के नुकसान भी होते हैं, जैसे किसी उम्मीदवार की चुनाव की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और जो प्रतिस्पर्धी उम्मीदवार होता है उसे टिकट नहीं मिलता. वह अच्छे से नुकसान करने की स्थिति में जाता है. क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की पहली सूची में कोई खास नहीं है.

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