केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मंडला में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई। यहां जनसभा में उन्होंने मप्र में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनाने की बात कही। उन्होंने कहा- आपके आशीर्वाद के साथ ये जन आशीर्वाद यात्रा शुरू कर रहे हैं। ऐसी पांच यात्रा प्रदेश की 210 विधानसभा में घूमकर भोपाल जाएंगी। आज दावे से कहने आया हूं। बंटाढार जी, दिग्विजय जी, कमलनाथ जी, करप्शन नाथ जी आप सुन लो, जब यात्रा खत्म होगी, तब 150 सीटों के साथ मप्र में भाजपा सरकार बनाएगी।
अमित शाह ने आदिवासी जननायकों और नर्मदा को प्रणाम किया। बोले- मेरे हृदय के करीब रहने वाले आदिवासी भाई-बहनों को नमस्कार। मां नर्मदा को प्रणाम। जिस प्रदेश से मैं आता हूं, वहां नर्मदा न पहुंचे तो हम गुजरात वाले कैसे जी सकते, इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते। गोंड राज्य की देवी रानी दुर्गावती को भी प्रणाम। रघुनाथ शाह और शंकर शाह को भी प्रणाम। कहा- इनका बलिदान पूरे देश के लिए प्रेरणा का श्रोत है।
गृहमंत्री ने कहा- मंडला को पूर्ण फंक्शनल साक्षर जिला घोषित किया गया है। मप्र को बीमारू राज्य बनाकर मिस्टर बंटाढार छोड़कर गए थे। भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, बिना बिजली गरीबों का घर, बिना सिंचाई की खेती छोड़कर गए थे। भाजपा के मुख्यमंत्रियों ने इसे बेमिसाल बनाकर आगे बढ़ाने का काम किया। मप्र ने पेसा कानून को जमीन पर उतारने का काम किया है। मैं आया था आदिवासी सम्मेलन में शिवराज ने धड़ाधड़ घोषणाएं कर दीं। मैंने पूछा ये पूरी हुई या नहीं तो उन्होंने बताया सभी पूरी कर दी।
कमलनाथ और बंटाढार की केंद्र में सरकार थी। मनमोहन सिंह पीएम थे, उन्होंने कहा- देश की तिजोरी पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। सबने विरोध किया, मगर वो नहीं माने। अल्पसंख्यक तुष्टीकरण में सरकार डूबी रही। अंतत: 2014 में मोदीजी की सरकार आई। मोदीजी ने सांसदों को भाषण दिया और कहा- मेरी सरकार आदिवासी, पिछड़ों, दलित और गरीबों की सरकार है। आपको चयन करना है दो विचारधाराओं के बीच। एक ओर कांग्रेसियों के लिए देश के खजाने पर अल्पसंख्यकों का अधिकार हैं और मोदीजी कहते हैं गरीबों का अधिकार है। 2014 में मोदी जी बोले। मैं 2023 में आपके सामने आया हूं। इन 9 सालों में मोदीजी ने ढेर सारे बदलाव किए हैं।
कांग्रेस ने कभी आदिवासी बेटा-बेटी को राष्ट्रपति नहीं बनाया
कांग्रेस पार्टी नारा देती थी, जल, जंगल और जमीन की रक्षा करेंगे। उन्होंने तो नहीं की। मोदीजी ने जल, जंगल और जमीन के साथ सुरक्षा, सम्मान, समन्वित विकास का काम किया। भाजपा के अटलजी ने आदिवासी मंत्रालय बनाया। मोदीजी ने दो और जातियों को आदिवासियों में जोड़ा। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को गौरव दिवस घोषित किया। देशभर में 10 जगह पर बिरसा मुंडा, शंकर शाह आदिवासियों के संग्राहलय बनाए।
मैं आज बंटाढार और कमलनाथ से पूछने आया हूं, जब आपकी सरकार थी, तब आदिवासी कल्याण मंत्रालय का बजट कितना था? मनमोहन सिंह सरकार केवल 24 हजार करोड़ रुपया सालाना देती थी। मोदीजी ने बढ़ाकर 1.19 लाख करोड़ का कर दिया। 287 करोड़ रुपया एकलव्य स्कूलों के लिए खर्च करना शुरू किया। इसी बीच संथाली आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने का काम भी किया। कांग्रेस ने इतने सालों तक शासन किया, कभी आदिवासी बेटा-बेटी को राष्ट्रपति नहीं बनाया।
कांग्रेस की सरकार में आए दिन आतंकवादी हमले होते थे
ये विश्व में भारत की छवि सुधारने वाली सरकार है। पाकिस्तान से आए आतंकवादी हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते थे। कांग्रेस की सरकार उफ नहीं करती थी। पुलवामा, उरी में हमला हुआ। मगर आतंकवादी भूल गए। सरकार बदल गई है। कांग्रेस की सरकार नहीं है। भाजपा की सरकार है। मनमोहन मौनी बाबा प्रधानमंत्री नहीं हैं। मोदीजी हैं। 10 दिन के अंदर पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों के सिर काटकर ले आए।
शिवराज बोले- भाजपा सरकार नहीं चलाती, परिवार चलाती है
मंडला में जनसभा में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- बारिश की जरूरत थी, अभी भी जरूरत है। जमकर पानी गिरे। ऐसा गिरे की फसल लहलहा जाए। किसान भाइयों, संकट आ जाए तो घबराना मत, हर संकट से भारतीय जनता पार्टी बाहर निकालेगी। रानी दुर्गावती को कभी कांग्रेस ने याद नहीं किया। जल्द ही यहां मेडिकल कॉलेज का पूजन करने आएंगे। भाजपा सरकार नहीं चलाती, परिवार चलाती है। शिवराज ने पूछा-कांग्रेस ने कभी फ्री में राशन दिया था क्या?। कमलनाथ पर आरोप लगाया कि गरीबों के लिए मकान का पैसा मोदी जी ने दिया, यहां कांग्रेस की पार्टी खा गई। यह पाप कमलनाथ जी ने किया। मंच से लाडली बहनों से सीएम ने पूछा- बताओ कभी कांग्रेस ने भी बहनों के खाते में पैसा डाला था क्या?, जनता से पूछा- मंडला में दो सीट में से एक ही जीते थे, इस बार ऐसी गड़बड़ी नहीं होगी न।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव, भाजपा संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, सांसद राव उदय प्रताप, अभिलाष पांडे और जबलपुर सांसद राकेश सिंह भी शामिल हुए।