मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा, अगर हम मध्य प्रदेश में चुनाव जीतते हैं तो बजरगंज दल पर प्रतिबंध नहीं लगाएंगे। क्योंकि बजरंग दल में कुछ अच्छे लोग भी हो सकते हैं। लेकिन हम दंगों या हिंसा में शामिल किसी को भी नहीं छोड़ेंगे। दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही थी। जिसके बाद देशभर में बीजेपी के नेताओं और बजरंग दल के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कर्नाटक में सभा के दौरान कहा था कि, ये वही कांग्रेस है जिसने पहले श्रीराम को ताले में बंद किया, अब बजरंगबली को बंद करने की बात कह रहे हैं।
दिग्विजय सिंह बीजेपी के हिंदुत्व पर भी उठाया सवाल
दिग्विजय सिंह आज राजधानी में माता मंदिर चौराहे पर अवंती बाई लोधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। दिग्विजय सिंह से मीडिया ने हिंदुत्व को लेकर सवाल किया, मैं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने भारतीय संविधान की शपथ ली है या हिंदू राष्ट्र की शपथ ली है।
बीजेपी के आरोपों पर कहा- कमलनाथ जी का जो बयान था वह मीडिया ने गलत तरीके से बताया है। कमलनाथ ने कभी इस बारे में बात नहीं की, जो आप लोग और भाजपा कह रही है। दरअसल छिंदवाड़ा में हुई कथा के दौरान धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के ऐलान की खबरों पर कमलनाथ ने कहा था कि, उन्होंने हिंदू राष्ट्र की बात नहीं की। उन्होंने सर्वधर्म की बात कही है। हिंदू राष्ट्र बनाने की बात क्या है, यहां 82% हिंदू तो हैं। यह हिंदू राष्ट्र है, कहने की क्या आवश्यकता है? यह तो आंकड़े बताते हैं।
सीएम शिवराज बोले- वोटों की फसल काटने के लिए कुछ भी कहते हैं..
हिंदू राष्ट्र को लेकर दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, चाहे दिग्विजय सिंह हो या कमलनाथ। इनको न हिंदुत्व से लेना देना है और न ही देश से। इनको समाज से भी कोई लेना-देना नहीं है। ये वोटों की फसल काटने के लिए जब जो ठीक समझते हैं वह करते हैं।
प्रज्ञा ठाकुर बोलीं- कांग्रेसी भारत तोड़ने वालों के साथ हैं
दिग्विजय सिंह के सवाल पर जवाब देते हुए भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा- इनकी वाणी में जहर भरा है। भारत इसलिए महान है क्योंकि यहां हिंदुत्व और हिंदू हैं। हिंदू वसुधैव कुटुंबकम की भावना रखता है।हमारा देश सनातनी है। इसमें सभी प्रकार की पूजा-पद्धति पनपे हैं। और कोई देश ऐसा नहीं है, जिसमें सर्व पंथ समभाव हो। ये हमारे शास्त्रों में लिखा है।
हम पूरे विश्व के कल्याण की बात करते हैं। लेकिन कांग्रेसी भारत को तोड़ने वालों के साथ हैं। ये पार्टी सदैव हिंदू विरोधी रही है और रहेगी। इनके मन स्पष्ट नहीं हैं। ये घोटालेबाजों के साथ हैं। इनकी मानसिकता चोरों की है। इनकी मानसिकता सम्प्रदाय सद्भाव बिगाड़ने की है। मैं कहती हूं ये कांग्रेसी कभी भी हमारे देश के हित में नहीं हैं। एक सवाल के जवाब में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि, इनकी वाणी में जहर भरा है। इनकी विचारधारा आरएसएस को गाली देने की है। ऐसी मानसिकता हमारे देश में कभी नहीं चलेगी।
मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने दिग्विजय के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि, दिग्विजय सिंह ने बातों ही बातों में कमलनाथ पर निशाना भी साध लिया और इस्तीफा भी मांग लिया। वर्तमान में मप्र कांग्रेस में पुत्रमोह की महाभारत छिड़ी हुई है। दिग्विजय सिंह अपने पुत्र को और कमलनाथ अपने पुत्र को स्थापित करने में जुटे हैं। ऐसे में दिग्विजय सिंह ने तुष्टिकरण की राजनीति के विरुद्ध, चुनावी हिंदू कमलनाथ पर इशारा करते हुए उनसे इस्तीफा मांगा है। चुनाव आते ही जो कांग्रेस को मंदिर याद आता है, हिंदुत्व याद आता है, वो कांग्रेसियों को ही नहीं भाता है। यही उनकी सच्चाई है।